नई दिल्ली। किसी डूबी हुई या दुर्घटनाग्रस्त पनडु्ब्बी और इसमें सवार नौसैनिकों को बचाने वाले पोत डीप सबमर्जेंस व्हीकल (डीएसआरवी) का नौसेना ने सफल परीक्षण किया और इस तरह संकट में फंसी किसी पनड़ुब्बी औऱ इस पर सवार कर्मियों को बचाने की अहम क्षमता हासिल कर ली।
डीएसआरवी एक ऐसा पोत है जिसके जरिये समुद्र की गहराई में जा कर संकटग्रस्त पनडुब्बी कर्मियों को सुरक्षित निकाला जासकता है। भारतीय नौसेना के पास अब तक यह क्षमता नहीं थी। यह पोत तीन कर्मियों द्वारा संचालित होता है औऱ एक बार में यह संकटग्रस्त पनडुब्बी के 14 कर्मियों को बचा सकता है।
Indian Navy's submarine rescue capabilities have got a boost with successful maiden trials of its newly inducted Deep Submergence Rescue Vehicle (DSRV): @IndianNavy pic.twitter.com/j0oMvZ5ev5
— All India Radio News (@airnewsalerts) October 17, 2018
पहले समुद्री परीक्षण के दौरान इस पोत ने 666 मीटर की गहराई पर गोता लगा कर पहुंचने की क्षमता दिखाई । भारतीय समुद्र में किसी मानवयुक्त पोत का इतनी गहराई तक पहुंचने का यह एक रिकार्ड है। डीएसआरवी ने 750 मीटर की गहराई तक भी जाकर बचाव कार्य का अभ्यास किया। इसके अलावा पोत के जरिये साइड सोनार स्कैन आपरेशन भी किया गया जो भारतीय नौसेना के लिये पहला था।
