नई दिल्ली। कदम-कदम पर आपका साथ देने वाली दिल्ली पुलिस का इतिहास करीब 800 बरस पुराना है। इन दिनों प्रगति मैदान में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में दिल्ली पुलिस के अस्थाई कार्यालय में लगी प्रदर्शनी में दिल्ली पुलिस के इतिहास परह रोचक जानकारी सचित्र हासिल की जा सकती है।

वायरलेस सेट के साथ घुड़सवार पुलिस की फोटो (1856)
दिल्ली के पहले कोतवाल (1237), शाहजहां के समय की कोतवाली, ऐतिहासिक दरियागंज की कोतवाली, तुगलक रोड थाने की फोटो, दिल्ली पुलिस के अफसरों को प्रशिक्षित करने वाले पुलिस ट्रेनिंग स्कूल (फिल्लौर) की फोटो, कनाट प्लेस में ट्रैफिक को संभालते पुलिसकर्मी की फोटो (1948), वायरलेस सेट के साथ घुड़सवार पुलिस की फोटो (1856) तत्कालीन गृह मंत्रियों सरदार वल्लभभाई पटेल, लालबहादुर शास्त्री को पुलिस समारोह में दिल्ली पुलिसकर्मियों के साथ फोटो दर्शकों के मन में एक जीवांत तथा जानकारी भरी छाप छोड़ती है।

कोतवाल मलिक उल-उमरा-फखरुद्दीन
प्रदर्शनी में दिल्ली के पहले कोतवाल मलिक उल-उमरा-फखरुद्दीन की फोटो परिचय के साथ लगी है। वह सन् 1237 में 40 वर्ष की उम्र में दिल्ली के पहले कुतवाल बने। इसी तरह अन्य तस्वीरों के प्रति बच्चे व उनके साथ आए अभिवावक आकर्षित हो रहे हैं।

तुगलक रोड थाने की फोटो
इतिहास से रूबरू करनवाने का प्रयास
डीसीपी ज्ञानेश के मुताबिक इस प्रदर्शनीका उद्देश्य है कि आम आदमी दिल्ली पुलिस के इतिहास को इन चित्रों के माध्यम से जाने-समझे। प्रदर्शनी केवल दर्शकों के लिए ही नहीं, दिल्ली पुलिस के जवानों के लिए भी है। बीते दिनों में दर्शकों ने इसे देखा है तथा काफी सराहा भी है।
