नई दिल्ली। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) हवाई अड्डों पर सुरक्षा के इंतजाम देखता है। अक्टूबर महीने में CISF ने यात्रियों से बातचीत कर सुरक्षा व्यवस्था के बारे में उनकी राय जानी। सुरक्षा जांच में लगने समय को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर यात्रियों ने CISF की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया। एक बिजनेस अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक सुरक्षा जांच में ज्यादा समय लगने की वजह है हवाई यात्रियों की संख्या में तेज बढ़ोतरी। यात्रियों की संख्या जिस तेजी से बढ़ रही है उस अनुपात में सुरक्षाकर्मियों की संख्या नहीं बढ़ रही है। CISF को कर्मचारियों की कमी से जूझना पड़ रहा है।
देश के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे दिल्ली हवाई अड्डे पर वर्ष 2017 में लगभग 5.6 करोड़ यात्री पुहंचे हैं जो 2016 के 3.6 करोड़ यात्रियों की तुलना में 55 फीसदी ज्यादा हैं। यात्री बढ़ रहे हैं लेकिन CISF जवानों की तैनाती 4,300 ही बनी हुई है।
बिजनेस अखबार के साथ बातचीत में CISF के वरिष्ठ अधिकारी ने भी माना कि जवानों की संख्या बढ़ाए जाने की जरूरत है। CISF का अनुमान है कि अगले पांच वर्षों में सिर्फ उडड्यन क्षेत्र की सुरक्षा के लिए 19,000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की जरूरत होगी। इस समय CISF के 27,000 जवान 59 हवाई अड्डों पर तैनात हैं। CISF ने हवाई यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अगले पांच वर्षों की जरूरतों का अनुमान लगाते हुए अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंप दी है।
