नई दिल्ली। गर्ब्यांग में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवान अब ताजा सब्जियों का सेवन करेंगे वो भी अपनी उगाई हुई। बता दें कि समुद्र तल से लगभग 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित गर्ब्यांग में जवानों को डिब्बाबंद सब्जियों का सेवन करना पड़ता है लेकिन अब वह अपनी उगाई सब्जियों का सेवन कर सकेंगे। दरअसल आईटीबीपी ने जमीन के भीतर क्यारी बनाकर सब्जी पैदा करने का एक प्रयोग किया है। एक न्यूज वेबसाइट की खबर के मुताबिक बर्फ और पाले के बीच सब्जियां उगाने के सफल प्रयोग ने आईटीबीपी के जवानों और अधिकारियों को उत्साहित कर दिया है। बता दें कि गर्ब्यांग में अक्तूबर के बाद बर्फ और पाले की वजह से कोई भी सब्जी या वनस्पति उगाना मुमकिन नहीं हो पाता। कई महीनों तक जवानों को डिब्बाबंद सब्जियों पर निर्भर रहना पड़ता है।
ग्रीनहट में उगाई जाएंगी सब्जियां
सर्दियों में भी जवानों को ताजी सब्जियां मिल पाएं इसके लिए एक प्रयोग किया गया। एक गुणा एक मीटर का चार फुट गहरा गड्ढ़ा खोदा गया। सब्जी के बीज रोपण के बाद गड्ढे को पॉलीहाउस की तरह बंद कर दिया गया। गड्ढे के अंदर का तापमान सतह के मुकाबले अधिक रहने से पाले का असर बीजों और पौधों पर नहीं पड़ा। गोभी, पालक और धनिया जैसी सब्जियां आसानी से पैदा हो गईं।
सब्जियों की पैदावार से उत्साहित आईटीबीपी अधिकारी अग्रिम चौकियों में भी भूमिगत क्यारी तैयार कराने पर विचार कर रहे हैं। आईटीबीपी ने इस क्यारी को ग्रीनहट नाम दिया है। आईटीबीपी अधिकारियों का तो यहां तक कहना है कि अगर आसपास के गांव के लोग भी इस तकनीक से सब्जी उगाना चाहेंगे तो आईटीबीपी उनकी भी मदद करेगी।
