नई दिल्ली। अफगानिस्तान मे शांति और मेलमिलाप के लिये चल रही वार्ताओं पर भारत नजदीकी नजर रखे हुए है। भारत ने कहा है कि अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने में भारत भी एक अहम हितधारक है। अफगानिस्तान के संकट के हल के लिये चल रही विभिन्न पक्षों के बीच बातचीत के बारे में पूछे जाने पर यहां विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि सम्बद्ध पक्षों से सलाह मशविरा चल रहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि अफगानिस्तान में हमने राष्ट्रीय मेलमिलाप प्रक्रिया को समर्थन दिया है। हमारा मानना है कि कोई भी शांति प्रक्रिया में अफगानिस्तान के हर वर्ग को शामिल करना होगा। कोई भी शांति प्रक्रिया संवैधानिक प्रावधानों के अनुरूप ही चलनी चाहिये। इसकी वजह से अफगानिस्तान में ऐसे इलाके नहीं छूटे जहां हिसा और आतंकवाद का बोलबाला हो। यह शांति प्रक्रिया अफगानियों द्वारा ही संचालित हो। गौरलतब है कि अफगानिस्तान का भविष्य तय करने के लिये इन दिनों अमेरिका, चीन, रूस औऱ पाकिस्तान के बीच गहन बातचीत चल रही है। इस प्रक्रिया में भारत को शामिल नहीं किया गया है।
इस बारे में पूछे जाने पर यहां विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि शांति वार्ता चला रहे सभी देशों अमेरिका, रूस, चीन, सऊदी अरब और ईरान के साथ हमारा नियमित सम्पर्क है। इन देशों के प्रतिनिधि हमें नियमित तौर पर जानकारी देते रहते हैं। प्रवक्ता ने बताया कि इस मसले पर जर्मनी के प्रतिनिधि से यहां विदेश मंत्रालय में गहन चर्चा हुई है।
