नई दिल्ली। भारत और जापान की वायुसेनाओं के बीच पहली बार साझा अभ्यास आगरा में तीन दिसम्बर से शुरू हुआ जो सात दिसम्बर तक चलेगा। दोनों देशों के बीच अब तक नौसेनाओं के बीच ही साझा अभ्यास होते रहे हैं लेकिन अब इस कड़ी में हाल में थलसैनिकों को भी जोड़ा गया था। अब दोनों देशों की वायुसेनाओं के बीच यह अभ्यास का सिलसिला शुरू होना गहराती सामरिक साझेदारी के रिश्तों का सूचक है।
इस अभ्यास के लिये जापानी एयर डिफेंस सेल्फ डिफेंस फोर्स (JSADF) अपने वायुसैनिकों और विमानों के साथ दो दिनों पहले आगरा पहुंचा था। शिनयू मैत्री- 2018 नाम से आयोजित इस वायुसैनिक अभ्यास में मानवीय सहायता और प्राकृतिक आपदा के दौरान बचाव और राहत कार्यों के संचालन के अभ्यास किये जाएंगे।
स अभ्यास में जापानी वायुसेना ने अपनी ओर से सी- 2 परिवहन विमान को उतारा है। भारतीय वायुसेना की ओर से सी- 17 ग्लोबमास्टर और एएन- 32 विमान को उतारा गया है। इस दौरान विमानों से भारी वजन वाले राहत सामान को लादने और उतारने के अभ्यास किये जाएंगे। इस तरह दोनों देशों की सेनाएं एक दूसरे की राहत व बचाव प्रक्रियाओं से सीखेंगे।
गौरतलब है कि भारत और जापान के बीच विशिष्ट सामरिक साझेदारी का रिश्ता स्थापित हो चुका है जिसके तहत दोनों देश आपसी सैन्य सहयोग को गहरा कर रहे हैं। दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच मालाबार साझा नौसैनिक अभ्यास कुछ सालों से शुरू हुआ है।
भारत औऱ जापान के रक्षा अधिकारी नियमित तौर पर आपसी वार्ताएं करते हैं। दोनों देशों के शीर्ष सैनिक एक दूसरे के यहां आते-जाते हैं जो दोनों देशों के बीच गहराते सामरिक रिश्तों का प्रतीक है।
