नई दिल्ली : सेना प्रमुख बिपिन रावत ने बुधवार को कहा कि सेना को राजनीति से दूर रहना चाहिए। वह एक सम्मेलन में जवानों को संबोधित कर रहे थे अपने संबोधन में उन्होंने कहा, ‘आजकल देखने को मिल रहा है कि सेना का राजनीतिकरण हो रहा है। हम बहुत ही धर्मनिरपेक्ष तरीके से काम करते हैं। हम लोकतांत्रिक देश हैं, जहां सेना को राजनीति से दूर रहना चाहिए।’
Military must be kept out of politics. Whenever issue of linking a military establishment with a political entity comes in, it's best avoided because Defence Forces of India will do well if they remain above where they're expected to & don't meddle in political affairs:Army Chief pic.twitter.com/fiYf3XYAed
— ANI (@ANI) December 6, 2017
जनरल रावत के मुताबिक ‘यदि देश के सुरक्षाबल राजनीति से दूर रहें तो वे बेहतर काम करें सकेंगे। उनसे राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करने की उम्मीद की जाती है। जनरल बिपिन रावत ‘यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूट’ की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अच्छे पुराने दिनों में नियम ये थे कि सैन्य बलों में महिला और राजनीति को लेकर कभी चर्चा नहीं होती थी। बहरहाल, ये विषय धीरे-धीरे विमर्श में आते चले गये और इनको नजरअंदाज किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब कभी किसी सैन्य प्रतिष्ठान या सैन्यकर्मी से जुड़े मुद्दे में राजनीतिक तत्व आ जाए तो बेहतर है कि इसकी उपेक्षा की जाए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रक्षा बल सबसे अच्छा काम तब करते हैं जब वे देश के राजनीतिक मामलों में नहीं पड़ते।
