फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ भारतीय वायुसेना की ऐसी पहली महिला पायलट बन गईं हैं जिन्होंने लड़ाकू विमान में युद्धक मिशन पर जाने की योग्यता हासिल कर ली है। भावना बीकानेर के नालबेस पर तैनात हैं। रात में अभियान के लिए ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उन्हें रात्रि अभियानों को अंजाम देने की अनुमति दी जाएगी। भावना नवंबर, 2017 में लड़ाकू स्क्वॉड्रन में शामिल हुईं थीं। फ्लाइंग ऑफिसर भावना कंठ, जिन्होनें दो अन्य महिलाओं के साथ भारतीय वायुसेना की पहली महिला फाइटर पायलट के रूप में इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है। आज हम आपको बता रहे हैं उनकी इस उपलब्धि के सफ़र की कुछ ख़ास बातें :-
एक छोटे शहर से हैं भावना

अपने माता पिता के साथ फ्लाइंग ऑफिसर भावना कंठ-IAF
बिहार का एक सुदूर देहाती इलाका जहां बाढ़ के समय में पूरा गांव बाढ़ के पानी से घिर जाता है। गांव में अधिकतर कच्चे मकान हैं। लड़कियों की शिक्षा का प्रतिशत स्तर यहां काफी कम है। यह दरभंगा जिले में स्थित भावना कंठ का मूल गांव बाउर का परिचय है। हालांकि, भावना बेगुसराय जिले के बरौनी के स्कूल में पली-बढीं। लेकिन इस छोटी जगह से आने वाली एक साधारण सी लड़की ने इस स्थान का नाम विश्व पटल पर उभारा है, जो उनकी कड़ी मेहनत और बुलंद हौसले का ही परिणाम है। उनके पिता इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में इंजीनियर और मां गृहिणी हैं।
